उत्तराखण्ड–अच्छी पहल, यहां हिंसा में प्रभावित पत्रकारों को इतनी आर्थिक सहायता देंगे स्वामी रामगोविन्द दास….

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एक भारतीय आध्यात्मिक नेता, ज्योतिषी और वेदांत दर्शन के प्रचारक हैं। उन्हें अक्सर भाईजी के नाम से जाना जाता है। रामगोविन्द दास हरि शरणम जन संस्थान के संस्थापक हैं। जीवन15 वर्ष की आयु में उन्होंने भारत के प्राचीन ऋषियों के वंश का पालन किया।

हल्द्वानी में एक तपस्वी स्वामी द्वारका यति की सहायता से वे पंजाब पहुंचे। तीर्थयात्रा के लिए, उन्होंने 21 साल की उम्र में धूरी, पंजाब छोड़ दिया। 2003 में ऋषिकेश में तीर्थयात्रा के दौरान उनकी मुलाकात भारत के प्रमुख संतों में से एक, स्वामी रामसुखदास जी महाराज से हुई, जहाँ स्वामी जी महाराज ने उन्हें राम गोविंद दास के नाम से सम्मानित किया।

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स्वामी जी महाराज ने उन्हें श्रीमद्भगवद्गीता के दिव्य वचन और भक्ति मार्ग की शिक्षा दी। रामानुजी संत स्वामी पुण्डरीकाक्ष जी महाराज ने उन्हें श्रीमद्भागवत की शिक्षा दी।

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प्राप्त जानकारी अनुसार कुमाऊ की प्रतिष्ठित धार्मिक संस्था हरि शरणम जन के प्रमुख स्वामी रामगोविंद दास ‘भाईजी’ हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा से प्रभावित हुए पत्रकारों की मदद के लिए प्रमुखता से आगे आये हैं।

एक महीने की धर्म प्रचार यात्रा पर ऑस्ट्रेलिया गए भाईजी ने सन्देश जारी कर सूचना दी कि उनके द्वारा प्रत्येक प्रभावित पत्रकार को इक्यावन हजार रूपये की राशि प्रदान की जाएगी।

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उन्होने इस दुःसाहस भरे प्रकरण पर भारी नाराज़गी जताते हुए कहा कि इस वारदात से हल्द्वानी की छवि को नुकसान हुआ है एवं पत्रकारों पर हुए जानलेवा हमले पर वह स्तंभित हैं।

साथ ही उन्होंने शासन को भी सख्त कार्यवाही करने के लिए पत्र लिखा है। स्वामी रामगोविन्द दास ने प्रशासन को भी आवश्यकता पड़ने पर सहयोग की बात की है।