दुस्साहस/उत्तराखण्ड–यहां सगा रिश्तेदार बताकर बैंक खाते से यूपीआईपी लेन-देन में 1 लाख 60 हजार रुपये उड़ाएं…
हल्द्वानी:–नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक व्यक्ति के बैंक खाते से यूपीआईपी/बार कोड लेन-देन में 1,60,000 रुपये उड़ाए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
साइबर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, हल्द्वानी आरटीओ रोड निवासी आनंद बल्लभ उपाध्याय हेड कलर्क (सेवानिवृत हाइडिल) ने तहरीर देकर बताया कि 1 फरवरी 2024 को उनके नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया, यह बोलकर की वो (गुड़िया का पति बोल रहा हैं।)
तबियत अधिक खराब होने के चलते गुड़िया को हल्द्वानी एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया हैं, (गुड़िया आनंद बल्लभ उपाध्याय की रिश्ते में बहु लगती हैं), फोन कर्ता बोला अस्पताल का बिल लगभग 2 लाख के करीब आ रहा हैं, मेरे फोन पे या गूगल पे से पेमेंट ट्रांसफर नहीं हो पा रही, तो आप अपने नंबर से कर दीजिए।
मैं हॉस्पिटल का अलग अलग स्कैनर भेज रहा हूं। पीड़ित आनंद बल्लभ उपाध्याय उसकी बातों में आ गए और लगातार अलग-अलग स्कैनरों में लगभग 1,60,000 रुपए की पेमेंट डाल दी। पूरे 5 मिनट चले इस कार्यक्रम के दौरान शातिर साइबर अपराधी का फोन लगातार चालू रहा।
पीड़ित व परिजन कुछ समझ पाते की साइबर अपराधी ने अगले 2 मिनट में ही उनके खाते से लगभग 160000 रुपए गायब कर दिए। आनन फानन में पीड़ित की बहु ने अपने पति को इस कृत्य की सूचना दी। बेटे हेम उपाध्याय ने तेज़ी दिखाते हुए कुमाऊं क्षेत्र के साइबर थाने में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई है।
कुमाऊ साइबर थानाअध्यक्ष ललित जोशी ने बताया कि पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।
लोगों को जानकारी साझा करते हुए श्री जोशी ने यह भी कहा हैं कि ऐसे किसी भी साइबर अपराधी की गिरफ्त में ना आए। अपने पढ़े लिखे होने का परिचय दें।
कभी भी नए नंबर से फोन और पैसे मांगने पर अपने परिचित/रिश्तेदार को फोन करके जरूर पूछ ले/समझ ले, उसके बाद ही पेमेंट ट्रांसफर करें। आपकी यह सतर्कता आपको और आपके करीबियों को बचा सकती हैं।