उत्तराखण्ड/नैनीताल–आयुक्त ने 29 साल बाद इनको दिलाया अधिकार, मुख्यमंत्री के विश्वास पर खरे उतरे रावत…
नैनीताल–कमिश्नर दीपक रावत का जनता दरबार फरियादियों के लिए एक बहुत बड़ी उम्मीद बनता हुआ नजर आ रहा है।
जहां हर शनिवार को फरियादियों की समस्या को कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत सुनते हैं और उसका समाधान भी करते है, वही जनता दरबार में कमिश्नर के समक्ष एक ऐसा मामला आया जहां पर 29 सालों से अपने अधिकारों के लिए दर-दर भटक रहे लोगों को कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने न्याय दिलाने का काम किया है।
पूरा मामला उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर क्षेत्र का है, जहां पर मानपुर गांव के लोगो को 29 सालों के बाद खतौनी का अधिकार मिलने जा रहा है, जिसे दिलवाने का काम कमिश्नर दीपक रावत के अथक प्रयासों से सम्भव होता नजर आ रहा है।
दीपक रावत ने बताया काशीपुर क्षेत्र के मानपुर गांव के लोग हैं जो कॉर्बेट की सीमा के अंदर बसे हुए थे। झिरना, कोठीरोह, लाल ढांग जिनका विस्थापन हुआ था और उन्हें अलग से फारेस्ट की जमीन दी गयी थी, जिसमें सर्वे के आदेश दिए गए थे, वहां पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जे किए गए थे जिनको हटाया गया।
बाद में कमिश्नर दीपक रावत और उधमसिंह नगर जिले के डीएम मौके पर गए और गांव वालों को कच्ची पर्चियां दी गई थी।
जिसके बाद अब उनको अब खतौनी का अधिकार मिलने जा रहा है। जिसके लिए प्रक्रिया गतिमान है और जल्दी उनको पक्की खतौनी मिल जाएगी और उनका अधिकार उनकी जमीन पर पूरी तरह से हो जाएगा।
ऐसे में आज मानपुर क्षेत्र के लोगों ने कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत का धन्यवाद अदा करते हुए उनको फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा यह स्पष्ट निर्देश है कि मंडल स्तर पर कमिश्नर और जिले में डीएम जनता दरबार लगाएं, ताकि फरियादियों की हर छोटी से बड़ी समस्या का समाधान हो सके, ऐसे में सीएम पुष्कर धामी के आदेश का पालन कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत बखूबी कर रहे हैं।