उत्तराखण्ड–यहां पांच दिन से दो शावकों के साथ तेंदुए का डेरा, भय के माहौल में ग्रामीण, वन विभाग ने लगाया पिंजरा….
हल्द्वानी के ग्रामीण इलाकों में तेंदुए का आतंक आम है। जंगल से सटे होने के चलते तेंदुए और बाघ ग्रामीण क्षेत्रों अधिकतर देखने को मिलते है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वन विभाग अपनी ओर से प्रयास करता रहता है।
मामला हल्द्वानी के कठघरिया का है। जहां एक मादा तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ सोयाबीन और गन्ने के खेत में खेलते हुए दिखे, जिसके बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। उत्तराखंड सरकार में पूर्व दर्जा मंत्री तारा दत्त पाण्डेय के फार्म जुसुवा रामड़ी, कठघरिया में तेंदुआ और उसके दो शावक पिछले पांच दिनों से डेरा डाले हुए है।
पूर्व मंत्री के पुत्र प्रकाश पांडेय ने वन विभाग को तेंदुए की सूचना दी, जिसके बाद मौके पर वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया। लेकिन तेंदुआ अपने शावकों के साथ खेलने में इतना व्यस्त है की वह उन खेतों और आसपास के पेड़ो के अलावा एक परिधि से बाहर नहीं जा रहा है।
यही वजह है की वन विभाग पांच दिन से अभी तक तेंदुए को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाया है। प्रकाश पांडेय ने बताया की मादा तेंदुआ दिन में सोयाबीन और गन्ने के खेत में अपने शावकों के साथ घूमती दिख रही है।
जिसकी वजह से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। कस्तकार अपने खेतों में काम करने नहीं जा पा रहे हैं। गांव की महिलाएं अपने मवेसियों के लिए चारा तक नहीं ला पा रही हैं। बच्चों को भी अभिवावक सुरक्षा के बीच स्कूल छोड़ रहे हैं। प्रकाश पांडेय द्वारा भेजी गई तस्वीर में आप देख सकते हैं मादा तेंदुआ पेड़ में बैठकर अपने शावकों पर नज़र बनाए हुए है।
रोजाना पेड़ पर तेंदुए को देख ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ। फिलहाल ग्रामीणों की वन विभाग से यही मांग है कि वह मादा तेंदुए को दोनों शावकों के साथ जल्द से जल्द पकड़े जिससे ग्रामीणों को तेंदुए के भय से राहत मिले और कस्तकार अपने खेतों में काम करने जा सकें।