उत्तराखंड– आने वाले नए साल को लेकर क्या कहती हैं ज्योतिषाचार्या डॉ मंजू जोशी की ज्योतिषगणना, पढ़िए पूरी खबर….
हल्द्वानी– 2023 की ज्योतिष गणना के आधार पर शहर निवासी प्रमुख ज्योतिषाचार्य डा. मंजू जोशी इस बार हमारे पाठकों के लिए विशेष जानकारी लेकर आईं हैं। वे बता रही हैं कि इस बार नूतन वर्ष 2023 में भारतवर्ष पर ग्रह नक्षत्रों का प्रभाव कैसा रहेगा।
अपनी गणना के अनुसार वे बता रहीं हैं कि वर्ष 2023 का आगमन रविवार को अश्विनी नक्षत्र में हो रहा है। नव वर्ष पर सूर्योदय के समय चंद्रमा मेष राशि में, गुरु मीन राशि में मार्गी, बुध ग्रह वक्री होगा तथा शनि मकर राशि में चलित रहेंगे।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष राजा बुध एवं मंत्री शुक्र देव होंगे।2023 में भारत में आपको अनेक उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। भारत की राजनीति में विशेष कानून व्यवस्था लागू होने के योग बन रहे है। विश्व के अनेक देश भारतवर्ष के साथ व्यापारिक संबंध बनाने को उत्सुक रहेंगे। अमेरिका आदि देश महाशक्ति के रूप में उभर रहे भारत को कमजोर करने की नीति बनाएंगे।
पश्चिमी प्रांतों के देशों में राजनीतिक संकट गहराएगा। भयानक विस्फोटक वातावरण से आंतरिक अशांति बनेगी।विश्व के प्रमुख देशों के मध्य युद्ध का भय बना रहेगा।
अमेरिका, रूस, जर्मनी तथा मुस्लिम राष्ट्रों मध्य मतभेद की स्थिति उत्पन्न होगी। विश्व के अनेक देशों में प्राकृतिक प्रकोप से जन धन हानि होने की संभावना। दक्षिण राष्ट्रों में शासन सत्ता में परिवर्तन के आसार बनेंगे। व्यापार के दृष्टिकोण से 2023 भारतवर्ष के लिए शुभ फल कारक रहेगा। भारत विश्व भर में व्यापार के माध्यम से नए आयाम स्थापित करेगा।
विदेशी व्यापार में वृद्धि होगी। व्यापारिक दृष्टिकोण से पर्यटन के क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त होगी। जनता के लिए रोजगार के सुअवसर प्राप्त होंगे तथा आय में बढ़ोतरी होगी। सभी व्यापारी वर्ग को वर्ष भर धन लाभ होने की पूर्ण संभावना है।
मौसम के दृष्टिकोण से यह वर्ष मध्यम फल कारक रहेगा। आंधी–तूफान, खंडवृष्टि और भूकंप आदि प्रकोपों से आम जनमानस का जीवन अस्त-व्यस्त रहेगा। अन्नोत्पाद्न भी मध्यम रहेगा।
विघ्न बाधा, विपत्ति उपद्रव, दंगा फसाद, फसल को हानि पहुंचाने वाले उपद्रव– अतिवृष्टि, अनावृष्टि, अग्निकांड जीव-जंतुओं, पक्षियों आदि से फसल को हानि एवं राष्ट्र में तनाव की संभावना रहेगी। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश आदि पर्वतीय राज्यों में अधिक वर्षा के कारण भूस्खलन, भूकंप आदि समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैसुरक्षा के दृष्टिकोण से 2023 भारत वर्ष हेतु अनुकूल रहेगा देश की सीमाएं सुरक्षित रहेंगी।
भारत के शत्रु देशों द्वारा बनाई गई योजनाएं विफल होंगी। भारतीय राजनीति राष्ट्रवाद व धर्मनिरपेक्षवाद की दो धाराओं में स्पष्ट रूप से दिखाई देगी। राष्ट्रवाद के नाम पर राजनीतिक पार्टियां सत्तासीन होंगी। कूटनीति के परिपेक्ष में भारत विश्व स्तर पर नए आयाम स्थापित करेगा। रक्षा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बनेगा।
स्वास्थ्य के परिपेक्ष से वर्ष 2023 सामान्य फल कारक रहेगा। अनेक गंभीर बीमारियों का भय बना रहेगा। शिशु वर्ग के स्वास्थ्य के प्रति विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता रहेगी। शिशु वर्ग एवं किशोरावस्था वाले जातकों को अनेक गंभीर बीमारियां होने की संभावना। शीत–ठंड, ज्वरादि गंभीर रोग व किसी स्पर्शजनित रोग (संक्रामक) का प्रकोप हो सकता है। कोरोना महामारी का प्रभाव शिशुओं एवं किशोरावस्था के जातकों में अधिक रह सकता है।