ऊधमसिंहनगर जिले में मशहूर हो रही हैं “पिता और पुत्र की जोड़ी”, क्या हैं खास? पढ़िए यह पूरी खबर…
ऊधम सिंह नगर/रूद्रपुर–दौर कोई भी रहा हो, पिता नाम का शख्स हमेशा एक पहेली ही रहा है। ईंख के डंठल जैसा कुछ-ऊपर से कठोर, भीतर से मुलायम। यह और बात है कि मां की ममता की घनी छांह में पिता के स्नेह का आकाश हमेशा छुप जाया करता है।
मां प्रेम की उन्मुक्तता है, पिता प्रेम का अनुशासन। मां भावनाओं की असीमता है, पिता भावनाओं की मर्यादा। मां छायादार दरख़्त है, पिता चिलचिलाती धूप। मां सपना है, पिता यथार्थ। मां को समझना जितना सरल है, पिता को समझना उतना ही जटिल।
हमेशा पिता के स्नेह का आकाश। मां के बरक्स पिता हमेशा एक असहज उपस्थिति ही लगे घर में भी और घर के बाहर भी। यहां तक कि सपनों में भी मां को समझ लेना जितना सरल हैं पिता को पढ़ पाना उस वक्त उतना ही कठिन।
इन सभी गुणों से सुशोभित रुद्रपुर के वरिष्ठ उद्योगपति एवं समाजसेवी जसविंदर खरबंदा उर्फ लकी, अपने सुपुत्र पुष्पेंद्र खरबंदा के साथ रुद्रपुर से अयोध्या लगभग 500 किलोमीटर तक का मुश्किल सफर प्रभु श्री राम के दर्शन हेतु साइकिल से चले हैं।
जहां आज के दौर में युवा नशे की गिरफ्त में लगातार फसे जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पुष्पेंद्र का श्री राम दरबार जाने का यह फैसला युवाओं को बड़ा ही आकर्षित कर रहा है।
बताते चलें कि जसविंदर खरबंदा रुद्रपुर के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक हैं, और बड़े ही सरल व सहज स्वभाव के धनी व्यक्ति हैं। उनके इस फैसले की सराहना आज शहर समेत अन्य जगहों के सभी व्यापारी और क्षेत्रवासी कर रहे हैं। सभी प्रबुद्ध जनों ने उनकी अयोध्या यात्रा की मंगल कामना की है।