कशिश हत्याकांड के मुख्य आरोपी को जिलाकोर्ट और हाईकोर्ट से सजा के बावजूद सुप्रीमकोर्ट से बरी करने से उबले लोगों ने नैनीताल की सड़कों पर उतरकर जमकर की नारेबाजी…

उत्तराखण्ड के काठगोदाम में नन्हीं कशिश के साथ रेप और मर्डर के मुख्य आरोपी को जिलाकोर्ट और हाईकोर्ट से सजा के बावजूद सुप्रीमकोर्ट से बरी करने से उबले लोगों ने नैनीताल की सड़कों पर उतरकर जमकर नारेबाजी की।
काठगोदाम में पिथौरागढ़ से आई नन्हीं कशिश के साथ नवंबर 2014 में गौला नदी में ले जाकर दुष्कर्म करने और उसकी हत्या करने के मुख्य आरोपी को पिछले दिनों सुप्रीमकोर्ट से बरी(रिहा)कर दिया गया था। गैंग रेप के तीनों आरोपियों, जिसमें मसीह को सजा जबकी प्रेमपाल और अख्तर अली को सबूतों के आभाव में बरी किया गया।
सोमवार शाम विश्व हिन्दू परिषद समेत हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कशिश रेप और मर्डर हत्याकांड के हत्यारे को फांसी की सजा माफ किए जाने पर एक रैली निकालकर अपना आक्रोश जताया।
आंदोलनरत लोगों ने जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में मांग करी गई कि अपराधी अख्तर की फांसी की सजा बरकरार रखी जाय। सर्वोच्च न्यायालय के बरी करने के निर्णय पर पुनर्विचार किया जाय।
आंदोलनकारियों ने जमकर नारेबाजी कर अपना आक्रोश दिखाया। उन्होंने, रामलीला स्टेज से मॉल रोड होते हुए तल्लीताल कलेक्ट्रेट तक “न्यायालय से पाप हुआ है, कशिश का हत्यारा क्यों माफ हुआ है”, “कानून हुआ अंधा है, बच्चा बच्चा शर्मिंदा है”, “न्यायालय अब इंसाफ करो, “न्यायालय खरीदने वालों को फांसी दो फांसी दो”, जिसे बेटी का दर्द दिखा नहीं, वो अंधे है अंधे हैं”, “आओ मिलकर आवाज उठाएं, अपनी बेटी को न्याय दिलाएं” जैसे नारे लगाए।
इस प्रर्दशन में जीवंती भट्ट, कविता गंगोला, मीरा बिष्ट, भाजपा मंडलाध्यक्ष नितिन कार्की, पंकज बर्गली, दरबान गैडा, प्रदीप कुमार, चंदन जोशी,पान सिंह ढेला, प्रखंड अध्यक्ष राजीव शाह, बजरंग दल संयोजक मनोज कुमार, कन्हैया जयसवाल, राहुल शोनु, विवेक वर्मा, भुवन बिष्ट, पंकज बिष्ट, सुमित फुलारा, कुन्दन तिलारा, आदित्य ‘दत्ति’ व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


