हल्द्वानी– कुमाऊं के इस विश्वविद्यालय में मनाया गया भारतीय भाषा उत्सव…

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हल्द्वानी– भारतीय भाषा उत्सव के रूप में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हल्द्वानी के उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय परिसर में किया गया।

दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के पहले दिन बहुभाषिकता, बहुसंस्कृति और भारतीयता को लेकर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना है।

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की कुलसचिव रश्मि पंत द्वारा कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया, उन्होंने बताया कि दो दिवसीय इस कार्यक्रम में करीब 50 शोध पत्र प्राप्त हुए हैं। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में उत्तराखंड की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई स्टॉल भी लगवाए गए, वही छात्रों द्वारा पुस्तक प्रदर्शनी भी लगाई गई।

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द्वितीय सत्र तकनीकी जिसमें प्रोफेसर सिद्धेश्वर सेन द्वारा अध्यक्षता की गई और रिसर्च पेपर को पढ़ा गया, जो कि विविध भाषाओं एवं संस्कृति से संबंधित है।

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आज के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बटरोही जी रहे एवं अध्यक्षता प्रोफेसर गिरजा पांडे द्वारा की गई, साथ ही विशिष्ठ अतिथि के रूप में अल्मोड़ा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जगत सिंह रावत ने प्रतिभाग किया।

11 दिसंबर को कवि सुब्रमण्यम भारती की जयंती पर ‘भारतीय भाषा दिवस’ या ‘भारतीय भाषा उत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है। जो आधुनिक तमिल कविता के अग्रदूत थे, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देशभक्ति को जगाने के लिए गीत लिखे थे।

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आपको बता दें केंद्र सरकार भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। यह जल्द ही संविधान की आठवीं अनुसूची में निहित भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए 22 भाषा केंद्र स्थापित करने जा रहा है।