बड़ी खबर–अवैध अतिक्रमण पर चला धामी सरकार का चाबुक, 200 मकान और कई दुकानो को किया ध्वस्त…
ऊधम सिंह नगर–उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में विस्थापन से पहले ही 500 परिवारों का भविष्य उजड़ गया है। धामी सरकार ने किच्छा में 200 दुकानों और मकानों पर पीला पंजा (बुलडोजर) चला दिया। हालांकि यह मकान और दुकान 30 से 40 साल पुराने बताए जा रहे हैं। वहीं, प्रशासन की इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद ही पीडब्ल्यूडी विभाग एक्शन में नजर आ रहा है। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा ऊधम सिंह नगर के किच्छा शहर में सड़क किनारे स्थित 30 से 40 साल पुराने 200 से अधिक मकानों और दुकानों को प्रथम चरण में ध्वस्त कर दिया है।
प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवारों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था ना होने से क्षेत्र के व्यापारियों में काफी आक्रोश है। व्यापारियों का आरोप है कि हमें हटाने से पहले कोई वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए थी, लेकिन प्रशासन द्वारा हमारी चिंता नहीं की गई। वहीं, अतिक्रमण हटाने का विरोध करने पहुंचे 23 विपक्षी दलों के नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पीडब्ल्यूडी के एई परमेश्वरी लाल ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद से क्षेत्र के 200 से अधिक अतिक्रमणकारियों को प्रथम चरण में नोटिस जारी किये गए थे। नोटिस मिलने के बाद भी जब लोगों ने अपना अतिक्रमण नहीं हटाया था, तो हमने बुलडोजर कार्रवाई की है साथ ही कहा कि पीडब्ल्यूडी की जमीन पर अतिक्रमण कर बैठे अन्य लोगों को जल्द नोटिस देखकर कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
कांग्रेसी नेता फिरदौस सलमानी ने कहा कि ये लोग पिछले 30 से 40 साल से दुकान चलाकर अपना जीवनयापन कर रहे थे। अचानक ही सरकार ने आदेश जारी कर 200 से अधिक दुकानों और मकानों पर बुलडोजर चलाकर तानाशाही उदाहरण दिया है। उन्होंने कहा कि गरीब जनता की आवाज को कांग्रेस सड़क से लेकर विधानसभा तक उठाएगी। चाहे सरकार हमारे खिलाफ कोई भी कार्रवाई कर दे।
स्थानीय व्यापारी ने कहा कि पहले पीडब्ल्यूडी द्वारा 12 फुट जमीन खाली करने को कहा गया था। आदेश का पालन करते हुए व्यापारियों ने 12 फुट जगह खाली कर दी थी। इसके बाद अचानक ही प्रशासन द्वारा पूरी तरह से दुकान हटाने का नोटिस दे दिया। हमारी मांग है कि सरकार व्यापारियों की समस्याओं की तरफ ध्यान दें, ताकि क्षेत्र का व्यापारी अपना जीवन यापन कर सकें।