डीआईजी दौड़े बाइक से, रिजल्ट आए फर्राटे से।

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हल्द्वानी– जी हां तीन दिनों से शहर में एकाएक क्राइम रेट बड़ गया, तो डीआईजी ने खुद कमान संभाल ली। डंडा लेकर बाइक पर खुद निकल गए, और वॉच और मॉनिटरिंग करी फिर टीम के साथ छापेमारी करी चिन्हित जगह पर तो सैकड़ों लोग कोतवाली में दिखने लगे।

तराई-भाबर में लगातार बढ़ रहे अपराध को रोकने के लिए कुमाऊं डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने शनिवार को खुद ही आपरेशन एंटी न्यूसेंस स्क्वॉयड का नेतृत्व किया।

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अफसरों और पुलिस कर्मियों की टीम के साथ हल्द्वानी की सड़कों पर डंडा लेकर उतर गए। उन्होंने कई स्थानों पर अभियान चलाकर संदिग्ध लोगों से पूछताछ की। पुलिस 150 संदिग्धों को हिरासत में लेकर थाने ले गई। पूछताछ के बाद 37.50 हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया गया।

हल्द्वानी में 14 घंटे के भीतर लगातार हुईं दो बड़ी आपराधिक घटनाओं को लेकर पुलिस हरकत में आ गई है। अपराधियों पर नकेल कसने के लिए शुक्रवार को डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने एंटी न्यूसेंस स्क्वॉयड का गठन किया। 100 पुलिस कर्मियों की 10 टीमें बनाकर अलग-अलग स्थानों पर अभियान शुरू कर दिया, लेकिन शनिवार शाम को सात बजे डीआईजी ने खुद ही इस ऑपरेशन की कमान संभाल ली।

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एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र, 10 दरोगा और 30 पुलिस कर्मियों की टीम लेकर खुद की हल्द्वानी की सड़कों पर हाथ में डंडा लेकर उतर गए। उन्होंने शहरभर में आपराधिक गतिविधियों में शामिल और छेड़छाड़ करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ अभियान चलाया। अभियान के तहत पार्कों, सड़क किनारे, जंगल और सार्वजनिक स्थानों में आपत्तिजनक स्थिति में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान 150 लोग संदिग्ध हालत में मिले। उसमें कई लोगों को पूछताछ के लिए संबंधित थाने भेजा गया है। साथ ही जुर्माना भी वसूला।

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डीआईजी ने बताया कि अपराध रोकने को जो करना पड़ेगा वह किया जाएगा। अपराधी किसी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे।