महेंद्रा कारों के डिजाइन को कहा ‘गोबर’, तो आनंद ने दिया ऐसा जवाब, सोशल मीडिया पर शुरू हो गए चर्चे…
Mahindra BE 6e को लेकर आलोचक ने आगे लिखा, “Be6e अलग नहीं हैं-आपने अजूबा जैसी दिखने वाली एक और कार बनाई है जो कुछ महीनों में लोगों की आंखों की किरकिरी बन जाएगी।”
Mahindra ने हाल ही में भारत में BE 6e और XEV 9e को पेश किया। लॉन्च के बाद से सोशल मीडिया दोनों मॉडल्स से खासा प्रभावित दिखाई दे रहा है, जिसमें ज्यादातर फीडबैक अच्छे दिखाई दे रहे हैं।
हालांकि, एक यूजर ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए कार के डिजाइन, सर्विस क्वालिटी और विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। यूजर ने नए मॉडल्स की तुलना Hyundai से की और कहा कि दक्षिण कोरियाई ब्रांड ज्यादा भरोसेमंद है।
अब, यूजर के लंबे पोस्ट का रिप्लाई खुद महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने किया है, जिसने न केवल सोशल मीडिया को, बल्कि खुद पोस्ट करने वाले आलोचक को प्रभावित किया है।X पर अपने पोस्ट में सुशांत मेहता (@skybarrister) ने लिखा, (अनुवादित) “आपका हर एक प्रोडक्ट उन लोगों के लिए है जो स्टडी और रिसर्च नहीं करते हैं।
जब सौंदर्यशास्त्र की बात आती है तो आपकी कारें हुंडई के सामने कहीं भी नहीं टिकती हैं… मुझे नहीं पता कि आपकी डिजाइन टीम या आप स्वयं इतना खराब स्वाद रखते हैं। लेकिन सचमुच आपकी कारें उन लोगों के लिए हैं जो 2019 में पहाड़ के साइज की कार चाहते हैं और उन्हें विश्वसनीयता और क्वालिटी के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
”इतना ही नहीं, आलोचक ने कंपनी के कुछ डिजाइन को गोबर तक रह डाला। Mahindra BE 6e को लेकर आलोचक ने आगे लिखा, “Be6e अलग नहीं है – आपने अजूबा जैसी दिखने वाली एक और कार बनाई है जो कुछ महीनों में लोगों की आंखों की किरकिरी बन जाएगी।”
पोस्ट को बाद में डिलीट कर दिया गया था, लेकिन आनंद महिंद्रा ने इसके बाद हटाए गए पोस्ट के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए इसका जवाब भी दिया। महिंद्रा ने स्वीकार किया कि कंपनी को अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है।
लेकिन साथ ही आलोचक को यह भी याद दिलाया कि 1990 के दशक के बाद से महिंद्रा कितना आगे आ गया है, जब विशेषज्ञों ने कंपनी को सलाह दी थी कि “कार बिजनेस से बाहर निकल जाएं।”
अपने जवाब में उन्होंने लिखा, (अनुवादित) “आप सही हैं सुशांत, हमें लंबा रास्ता तय करना है। जब मैं 1991 में कंपनी में शामिल हुआ था, तब अर्थव्यवस्था खुली ही थी।
एक ग्लोबल कंसल्टेंसी फर्म ने हमें कार बिजनेस से बाहर निकलने की सलाह दी क्योंकि उनके विचार में हमारे पास इसमें प्रवेश करने वाले विदेशी ब्रांडों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का कोई मौका नहीं था। तीन दशक बाद, हम अभी भी आसपास हैं और जमकर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।”
महिंद्रा आगे लिखते हैं, “कंपनी ने सफल होने की हमारी भूख को बढ़ाने के लिए सभी संदेहवाद, संशयवाद और यहां तक कि आपकी पोस्ट में अशिष्टता का भी उपयोग किया है।” उन्होंने आलोचक को उसके फीडबैक के लिए धन्यवाद भी कहा।मेहता ने बाद में रिप्लाई करते हुए कहा, “हे भगवान, यह बहुत प्यारा है।
मुझे खुशी है कि आपने आलोचना को रचनात्मक तरीके से लिया। आपकी टीम के कॉल के बाद मुझे ट्वीट हटाना पड़ा क्योंकि मुझे लगा कि वे कठोर शब्दों से नाखुश थे।” आलोचक ने यह भी स्वीकार किया कि उनके शब्द “गलत” थे।