उत्तराखण्ड–पुलिस मुखिया अशोक कुमार द्वारा रचित पुस्तक ‘साईबर एनकाउंटर’ पर चर्चा, वक्ताओं ने बढ़ते साईबर अपराध पर कही यह बात…

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कुमाऊं/हल्द्वानी–आज डीजीपी अशोक कुमार ने युवा छात्र छात्राओं एवं बुजुर्गों के संग तेजी के साथ बढ़ते साइबर अपराध के बारे में अपनी लिखी गई किताब साइबर एनकाउंटर पर विस्तृत रूप से चर्चा की।

इस चर्चा में बढ़ते साइबर अपराध को किस तरह से रोक सकते हैं और कैसे जागरूक होने की जरूरत है, साथ ही उन्होंने बताया की बढ़ते साइबर अपराध को लेकर सभी को जागरूक होने की जरूरत है।

कार्यक्रम में मौजूद युवाओं ने डीजीपी अशोक कुमार से बढ़ते साइबर अपराध को रोकने और उसके प्रति कैसे जागरूक रहें, इसको लेकर कई सारे महत्वपूर्ण सवाल किए, जिसका डीजीपी अशोक कुमार ने अपने लंबे तजुर्बे और बेवाकी से जवाब दिया, डीजीपी अशोक कुमार ने कहा साइबर अपराधियों द्वारा समाज के सभी वर्गों को शिकार बनाया जा रहा है।

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उन्होंने बताया वर्ष 2022 में 10 लाख से ज्यादा कंप्लेंट पुलिस के पास आई है, उन्होंने कहा कि साइबर अपराध को रोकने के लिए सबसे पहले लोगों में उसके प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। रही बात अपराधियों के पकड़ने की उनको पकड़ने के लिए इसके लिए पुलिस द्वारा अलग से हर जनपदों में साइबर थाना बनाया गया है।

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जहां उनकी समस्याओं को समाधान करने के लिए ट्रेंड पुलिस अधिकारी होते हैं, कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने डीजीपी अशोक कुमार की लिखी किताब साइबर एनकाउंटर खरीद कर उनका ऑटोग्राफ भी लिया।

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डीजीपी अशोक कुमार के इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से आईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे, एसएसपी पंकज भट्ट, सीओ भूपेंद्र धौनी, सीओ रामनगर बलजीत भाकुनी, कोतवाल हरेंद्र चौधरी, एसओ बनभूलपुरा नीरज भाकुनी, एसओ कालाढूंगी नंदन सिंह रावत, एसओ काठगोदाम प्रमोद पाठक, एसएसआई विजय मेहता, एलआईयू सब इंस्पेक्टर प्रभात आगरी, एलआईयू इंचार्ज मनोज कुमार, कांस्टेबल बंशी जोशी समेत बड़ी संख्या में मौजूद कई संस्थानों के छात्र एवं छात्राएं और सीनियर सिटीजन मौजूद रहे।