केदारनाथ धाम में अब नहीं उड़ा सकेंगे ड्रोन, प्रशासन से लेनी होगी परमिशन

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केदारनाथ धाम में कपाटोत्सव के दिन ड्रोन उड़ाने को लेकर होड़ लगी है। एक ओर यूट्यूबर-ब्लॉगर इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं वहीं कुछ निजी न्यूज चैनल भी केदारनाथ में पहले दिन ड्रोन उड़ाने की अनुमति मांग रहे हैं। वहीं बिना अनुमति के केदारनाथ में ड्रोन किसी भी दशा में नहीं उड़ाया जा सकेगा। अब तक प्रशासन के पास तीन लोगों ने ड्रोन उड़ाने की परमिशन मांगी है, जिन्हें फिल्म नीति के दायरे में रखते हुए परमिशन दी जा सकती है।

 

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बीते कुछ समय से शादी-विवाह से लेकर किसी भी कार्यक्रम में ड्रोन उड़ाने का फैशन सा चल पड़ा है। ड्रोन से बनाए गए अनेक वीडियो भी सोशल मीडिया पर देखे जाते रहे हैं, किंतु संवेदनशील स्थान, मंदिर या विशेष महत्व के स्थानों पर ड्रोन उड़ाने के लिए प्रशासन से परमिशन लेनी पड़ेगी। केदारनाथ में अब कपाटोत्सव के दिन ड्रोन उड़ाने के लिए प्रशासन से तीन लोगों द्वारा अनुमति मांगी गई है। हालांकि इसकी संख्या और भी हो सकती है, किंतु प्रशासन का साफ कहना है कि फिल्म नीति के मानकों के अनुरूप ही परमिशन दी जा सकेगी। इसमें संबंधित को सभी मानक पूरे करते हुए वीडियो बनाने का मकसद, इसका उपयोग और अन्य कई जरूरी चीजों का ध्यान रखना होगा।

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इसके साथ ही बदरी-केदार मंदिर समिति, पुलिस और पर्यटन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी लेना होगा। ड्रोन व्यवस्था देख रहे नोडल अधिकारी वीरेश्वर तोमर ने बताया केदारनाथ में पहले दिन कपाटोत्सव के लिए तीन लोगों ने अनुमति मांगी है। इसके लिए संबंधितों से सभी जरूरी दस्तावेज और मानकों के अनुरूप कागजात मांगे गए हैं।

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केदारनाथ पैदल मार्ग में कई ब्लॉगर और यूट्यूबर ड्रोन उड़ाते रहते हैं। उनके पास इसे उड़ाने ही अनुमति तक नहीं होती है। इन पर किसी की नजर तक नहीं पड़ रही है। ऐसे में केदारनाथ धाम के महत्व एवं यहां के प्रचार प्रसार को लेकर वे क्या दिखा रहे हैं इसको लेकर भी चिंता बनी रहती है। हालांकि प्रशासन ने इस बार ऐसे ब्लॉगर और यूट्यूबर पर भी सख्त नजर रखने के निर्देश दिए हैं।