हल्द्वानी– हाईकोर्ट को नैनीताल से हल्द्वानी शिफ्ट करने पर सुनिए अधिवक्ता जितेंद्र सिंह बिष्ट की मुंह जुबानी. पढ़िए खास रिपोर्ट–

खबर शेयर करें -

हाईकोर्ट को नैनीताल से हल्द्वानी स्थानांतरण की धामी सरकार की कैबिनेट द्वारा मोहर लगाए जाने के बाद हल्द्वानी कोर्ट के अधिवक्ताओं में भी खुशी का माहौल है।

यहां अधिवक्ताओं का कहना है कि इससे वादकारियों को फायदा होगा और महंगाई का बोझ भी कम पड़ेगा। पूरे मामले पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए बिंदुखत्ता निवासी अधिवक्ता एवं कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव जितेंद्र सिंह बिष्ट ने धामी सरकार की कैबिनेट के इस फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि वर्तमान में हाईकोर्ट नैनीताल में होने की वजह से वादकारियों सहित वकीलों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था।

यह भी पढ़ें:  उत्तराखंड के भीमताल में बड़ा हादसा, अल्मोड़ा से हल्द्वानी आ रही रोडवेज बस भीमताल-रानीबाग मोटर मार्ग के आमडाली के पास 1500 फिट खाई में गिरी...

क्योंकि नैनीताल में पार्किंग की समस्या के अलावा पीक सीजन में रहने की समस्या भी बनी रहती थी। नैनीताल हाईकोर्ट हल्द्वानी शिफ्ट होने पर इससे वादकारियों को सस्ता और सुलभ न्याय मिल सकेगा।

हल्द्वानी की बात करें तो यहां काठगोदाम तक रेल लाइन है साथ ही हल्द्वानी सभी क्षेत्रों से जुड़ा हुआ है और पंतनगर एयरपोर्ट भी नजदीक है जिससे कि वादकारियों को आवागमन करने में लाभ होगा। इतना ही नहीं यहां सस्ते दामों पर कमरे भी मिल जाते हैं जिसका सीधा फायदा भी वादकारियों को होगा।

यह भी पढ़ें:  उत्तराखंड के भीमताल में बड़ा हादसा, अल्मोड़ा से हल्द्वानी आ रही रोडवेज बस भीमताल-रानीबाग मोटर मार्ग के आमडाली के पास 1500 फिट खाई में गिरी...

उन्होंने बताया कि भौगोलिक दृष्टि से नैनीताल के बजाय हल्द्वानी में हाईकोर्ट शिफ्ट करना सरकार के फैसले को सही दर्शाता है। उन्होंने सिर्फ हाईकोर्ट स्थानांतरण के मामले पर सहमति जताते हुए सरकार के फैसले का स्वागत किया है।

यह भी पढ़ें:  उत्तराखंड के भीमताल में बड़ा हादसा, अल्मोड़ा से हल्द्वानी आ रही रोडवेज बस भीमताल-रानीबाग मोटर मार्ग के आमडाली के पास 1500 फिट खाई में गिरी...

हाईकोर्ट को नैनीताल से हल्द्वानी शिफ्ट करने पर सरकार के फैसले का स्वागत करने वालों में अधिवक्ता एवं पूर्व प्रदेश सचिव जनसंख्या निवारण प्रकोष्ठ कांग्रेस हिमानी सनवाल, अधिवक्ता विजय प्रताप पांडे, अधिवक्ता राहुल छिमवाल, अधिवक्ता गजेन्द्र गौनिया, अधिवक्ता विनय जोशी, अधिवक्ता अभिनव छिमवाल, अधिवक्ता फरीन, अधिवक्ता महावीर बिष्ट शामिल रहे।