प्रकृति पर्यावरण संस्थान की प्रेरणास्पद पहल, दूरस्थ विद्यालय में निःशुल्क बैग व सामग्री वितरित, शिक्षा को दिया नया संबल, समाजसेवी भोपाल सिंह चौधरी सम्मानित, बच्चों को नशे से दूर रहने व अनुशासन का संदेश…

प्रकृति पर्यावरण संस्थान की प्रेरणास्पद पहल: दूरस्थ विद्यालय में निःशुल्क बैग व सामग्री वितरित, शिक्षा को दिया नया संबल
समाजसेवी भोपाल सिंह चौधरी सम्मानित, बच्चों को नशे से दूर रहने व अनुशासन का संदेश।
श्रीनगर (गढ़वाल) जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड खिर्सू स्थित राजकीय इंटर कॉलेज मरखोड़ा में आज एक प्रेरणास्पद दृश्य देखने को मिला, जब प्रकृति पर्यावरण संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं को निःशुल्क स्कूल बैग, बाग फ्रूटी, बिस्कुट एवं अन्य उपयोगी सामग्री वितरित की गई।
इस सामाजिक पहल का नेतृत्व संस्थान के अध्यक्ष भोपाल सिंह चौधरी ने किया, जबकि संस्था की मार्गदर्शक बिना चौधरी की ओर से इस अभियान को सामाजिक समर्पण के भाव से आगे बढ़ाया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य कैलाश पुंडीर ने इस सामाजिक योगदान की खुले दिल से प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “प्रकृति पर्यावरण संस्थान का यह प्रयास केवल सामग्री वितरण तक सीमित नहीं है।
बल्कि यह उन बच्चों को प्रेरणा देने का कार्य है जो सीमित संसाधनों के बीच शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। ऐसे कार्य विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और उन्हें भविष्य की ओर अग्रसर होने की ऊर्जा प्रदान करते हैं।”
संस्था अध्यक्ष भोपाल सिंह चौधरी ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि ग्रामीण अंचल के विद्यार्थी भी शिक्षित समाज की मुख्यधारा से जुड़ें। यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक छोटा सा लेकिन ईमानदार प्रयास है। शिक्षा का उजाला हर गांव तक पहुँचे, यही हमारा संकल्प है।”
भोपाल सिंह चौधरी ने अपने अनुभव साझा करते हुए विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने, अनुशासन अपनाने और संघर्ष से घबराने के बजाय उसका सामना करने का संदेश दिया। उन्होंने विद्यालय के दिनों की स्मृतियों को साझा करते हुए बच्चों को बताया कि उन्होंने भी कठिन परिस्थितियों में शिक्षा ग्रहण की, पर निरंतर प्रयास और सकारात्मक सोच से सब कुछ संभव हो पाया।
उन्होंने कहा, “समाज में शिक्षा की जड़ें तभी मजबूत होंगी जब हम जमीनी स्तर पर बच्चों को संसाधन, मार्गदर्शन और प्रोत्साहन प्रदान करेंगे। प्रकृति पर्यावरण संस्थान ऐसे प्रयासों को भविष्य में भी निरंतर करता रहेगा।”
कार्यक्रम के दौरान प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कुमारी नीलम ने विद्यार्थियों को आध्यात्मिक ज्ञान, ध्यान व आंतरिक शक्ति के विषय में सरल भाषा में समझाया। उन्होंने जीवन के मूल्यों, आत्म-बल, और ईश्वर से जुड़ाव की महत्ता पर बल दिया, जिससे बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ।
अभिभावकों ने भी इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास न केवल बच्चों के लिए उपयोगी हैं, बल्कि पूरे समुदाय के लिए प्रेरणास्पद हैं। कार्यक्रम में सहभागिता ने इसे एक जन-सहभागिता के रूप में परिणत कर दिया, जिससे यह पहल केवल वितरण तक सीमित न रहकर सामाजिक चेतना का रूप लेती दिखी।
ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में प्रकृति पर्यावरण संस्थान का यह प्रयास निश्चित ही एक उदाहरण प्रस्तुत करता है और यह साबित करता है कि जब समाजसेवी संगठन, विद्यालय और समुदाय मिलकर कार्य करें, तो कोई भी बाधा शिक्षा के मार्ग को नहीं रोक सकती।
विद्यालय प्रबंधन ने भोपाल सिंह चौधरी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह और शॉल भेंटकर सम्मानित किया।
इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता पीयूष जोशी, पीटीए अध्यक्ष गबर सिंह भंडारी, विद्यालय स्टाफ, अभिभावकगण, ग्राम पंचायत प्रतिनिधि व क्षेत्र के दर्जनों ग्रामीण उपस्थित रहे।

