उत्तराखंड– हल्द्वानी की प्रमुख ज्योतिषाचार्य डॉ मंजू जोशी के अनुसार कब मनाया जाएगा चंद्र ग्रहण, आप भी पढ़िए….

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चंद्र ग्रहण
आप सभी सनातन धर्म प्रेमियों को अवगत कराना चाहूंगी दिनांक 8 नवंबर 2022 को वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण का विश्व एवं भारत वर्ष पर प्रभाव एवं सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव से आपको अवगत कराने का प्रयास करूंगी।


जहां विज्ञान आज प्रगति की ओर है परंतु वैदिक शास्त्र के द्वारा अति प्राचीन काल से ही सूर्य और चंद्र ग्रहण को महत्व दिया जा रहा है। पूर्ण सूर्य और चंद्र ग्रहण के आरंभिक संकेत ऋग्वेद में है। बृहतसंहिता से प्रकट होता है कि ग्रहण का वास्तविक कारण का भान भारतीय ज्योतिष शास्त्र एवम शास्त्रज्ञों को सैकड़ों वर्ष पूर्व ही हो गया था। वराहमिहिर जोकि वेदों के प्रकांड विद्वान एवं खगोल शास्त्री थे।

ईसा की छठी शताब्दी का पूर्वार्ध का समय ने वराहमिहिर बृहतसंहिता में लिखा है चंद्र ग्रहण में चंद्र पृथ्वी की छाया में आ जाता है सूर्य ग्रहण में चंद्र सूर्य में प्रविष्ट हो जाता है यानी सूर्य एवं पृथ्वी के बीच में चंद्र आ जाता है। ग्रहण के कारणों को आरंभिक काल से ही हमारे ऋषि मुनि अपनी खोज एवं दिव्य दृष्टि से देख लेते थे इतने महान हैं हमारे वेद शास्त्र।

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आधुनिकता की दौड़ में हम इतने दिशा विहीन हो गए हैं कि वेद शास्त्रों की महत्ता से विमुख हो रहे हैं। अतः वैदिक शास्त्रों की महत्ता को समझते हुए हम सभी सनातनी हिंदुओं को सनातन धर्म एवं वैदिक शास्त्रों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।

चंद्र ग्रहण का प्रभाव

साल का अंतिम चंद्रग्रहण सूर्य की नीच राशि तुला में लगने जा रहा है। जिसका भारत पर नकारात्मक प्रभाव रहेगा। एशिया के अतिरिक्त भारतवर्ष में मंदी देखने को मिल सकती है इसके अतिरिक्त राजनीतिक उथल-पुथल, दांपत्य जीवन में परेशानियों का सामना सभी जातकों को करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी विशेष रूप से रहेंगी।
12 राशियों पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव–


मेष –मेष राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है अतः स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। ग्रहण काल में सुंदरकांड का पाठ एवं हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ फल कारक रहेगा।
वृषभ राशि– के जातकों को आर्थिक हानि होने की संभावना है अतः धन का निवेश सोच समझकर करें। दुर्गा सप्तशती का पाठ करें जरूरतमंद व्यक्ति को चीनी दान कर सकते हैं।

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मिथुन–मिथुन राशि के जातकों के लिए ग्रहण शुभ फल कारक रहेगा व्यापार में लाभ एवं धन प्राप्त होने की संभावना लाभ हेतु गणेश वंदना करें गाय को चारा खिलाएं।


कर्क– कर्क राशि के जातकों को स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। लाभ हेतु शिव आराधना करें ग्रहण काल में सफेद वस्तुओं का दान करें।


सिंह –सिंह राशि के जातकों के लिए ग्रहण सामान्य फल कारक रहेगा संतान संबंधी चिंता रह सकती है लाभ हेतु आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।


कन्या–कन्या राशि के जातकों के लिए ग्रहण शुभ फल कारक रहेगा धन प्राप्त करेंगे शारीरिक सुख रहेगा। लाभ हेतु गीता का पाठ करें।


तुला–तुला राशि के जातकों को मानसिक चिंता के अतिरिक्त जीवनसाथी के स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है लाभ हेतु विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें सफेद वस्तुओं का दान करें।

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वृश्चिक– वृश्चिक राशि के जातकों को स्वयं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है शारीरिक कष्ट के अतिरिक्त धन हानि होने की संभावना लाभ हेतु सुंदरकांड का पाठ करें।


धनु –धनु राशि के जातकों के लिए ग्रहण अशुभ फल कारक रहेगा मानहानि होने की संभावना स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है लाभ हेतु विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।


मकर–मकर राशि के जातकों के लिए चंद्र ग्रह शुभ फल कारक रहेगा राजकीय सेवा प्राप्त कर सकते हैं लाभ हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें।


कुंभ –कुंभ राशि के जातकों के लिए ग्रहण शुभ रहेगा धन लाभ एवं व्यापार में लाभ होने की संभावना लाभ हेतु सुंदरकांड का पाठ करें।


मीन–मीन राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है अतः विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।

ज्योतिषाचार्य डॉ मंजू जोशी।

8395805256