डीएम सविन बंसल को ओम बिरला के प्रोटोकॉल को नजरअंदाज करना पड़ा भारी, केंद्र ने थमाया नोटिस

देहरादून का नाम प्रशासनिक कार्यशैली को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में है और इस बार ये चर्चा किसी और की नहीं बल्कि देहरादून के कप्तान डीएम सविन बंसल की है.मौका था लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के उत्तराखंड दौरे का। स्पीकर एक ऐसा संवैधानिक पद, जिसके लिए प्रोटोकॉल सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि सम्मान का प्रतीक होता है। लेकिन इस बार वो सम्मान ना मिला.और ना ही वो तैयारी दिखी, जो होनी चाहिए थी। हैरानी की बात तो ये है कि तय कार्यक्रम के बावजूद डीएम की गैरहाज़िरी, स्वागत-सत्कार में कमी, समन्वय की विफलता और पूरी व्यवस्था में लापरवाही का आलम.ये दिखाता है प्रदेश में अफसरशाही हावी है
यही कारण है कि केंद्र सरकार ने अब सीधे-सीधे एक्शन लिया है और डीएम देहरादून को सख्त भाषा में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस नोटिस में पूछा गया है कि क्यों न उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए? बता दें कि डीएम देहरादून सविन बंसल पहले भी विवादों में रहे हैं आम जनता की शिकायतों पर तवज्जो न देना, जनप्रतिनिधियों से टकराव और अब देश के लोकसभा अध्यक्ष के सम्मान को लेकर लापरवाही. बीते दिनों लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का मसूरी में आयोजित कार्यक्रम था जिसको लेकर डीएम की गैरहाजिरी और व्यवस्थाओं में कमी समेत कई चीजों को लेकर विवाद गर्माता जा रहा है।