धरना उत्तराखंड– गौला खनन संघर्ष समिति का धरना 53वें दिन भी जारी, जब तक रेट नहीं तब तक गेट नहीं की जबरदस्त मांग…
लालकुआं/हल्दुचोड– गौला खनन संघर्ष समिति के तत्वाधान में जब तक रेट नहीं तब तक गेट नहीं की मांग को चल रहा धरना 53वे दिन जारी रहा।
धरने में वाहन स्वामियों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री प्रदेश की समस्याओं को अनदेखी कर रहे हैं। जिससे पूरे प्रदेश में त्राहि-त्राहि मची हुई है। प्रदेश की प्रमुख नदियां बन्द है। वाहन स्वामियों के ऊपर सरेंडर गाड़ियों पर जबरदस्ती टैक्स एवं पेनाल्टी डाली जा रही है। गाड़ियों की फिटनेस बढ़ाकर 18000 रूपये व ट्रैक्टर ट्राली के अलग-अलग टैक्स वसूले जा रहे हैं।
प्रदेश की रॉयल्टी का नया आदेश जारी होने के बाद भी वही पुरानी रॉयल्टी वसूली जा रही है, गौला की नदियों में पूर्व की भांति ओवरलोड की योजना बनाई जा रही है जिससे आक्रोशित होकर वाहन स्वामियों ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया और रॉयल्टी की दरें कम करने के नए आदेश प्रतियां जलाई।
संयोजक रमेश चंद्र जोशी ने कहा गोला और नंधौर नदियों में खनन होने से नदी से 3:30 लाख परिवार पलते हैं अगर जल्द हमारी मांगे नहीं मानी गई तो पूरे परिवार अपने बच्चों के साथ रोड पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी, उन्होंने कहा कि हमारी मांगे जल्द मानकर सरकार को समिति की मांगों को मानकर खनन प्रारंभ करना चाहिए.
इस दौरान मुख्य रूप से जीवन कबडवाल, भगवान धामी ,रमेश कांडपाल, रमेश चंद्र जोशी कोषाध्यक्ष, इंदर सिंह नयाल, बसंत जोशी, राजू चौबे, नंदा बल्लभ नैनवाल, सावन पथनी, गोकुल भट्ट, मनु बिष्ट, पंकज दानू, हरीश सुयाल, नवीन जोशी, नवल जोशी, मुन्ना भाई, संजय शर्मा, शेखर कांडपाल, नवीन जोशी, श्री राधे श्याम, गंगादत्त पांडे, मनोज बिष्ट, नरेंद्र कार्की, गुड्डू पांडे, मोहम्मद शादाब, जीत सिंह, कमल बिष्ट, सतीश पांडे, उमेश बृजवासी, मदन उपाध्याय, ललित मोहन जोशी, कैप्टन इंदर सिंह पनेरी, संतोष पाठक, कमल राठौर, ख्याली दत्त जोशी, आशुतोष जग्गी, गोपाल दत्त उपाध्याय, ललित दानू, कार्तिक बिरखानी, रमेश कांडपाल, मोहन भट्ट, बाला दत्त बमवाल, सतिंदर, दीपक नाथ, मनोज पाठक, महेश चंद्र, कुंदन सिंह मेहता, राजेंद्र जोशी, अमित भट्ट, नंदा बल्लभ जोशी, मनोज चौधरी, महेश उनियाल, तारा सिंह नगरकोटी, सुरेश उपाध्याय, गंगा सिंह दानू, पूरन पाठक, महेश जोशी, भोपाल चौबे, भोपाल हरिडीया, मोहन अग्रवाल, भवन खुल्बे आदि वाहन स्वामी मौजूद रहे।