लैंसडाउन में गूंजा ‘शहीदों अमर रहो’ का जयघोष, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया शहीद सम्मान यात्रा 2.0 का भावपूर्ण समापन…

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लैंसडाउन, पौड़ी गढ़वाल। उत्तराखण्ड की वीरभूमि लैंसडाउन आज एक बार फिर शहीदों के सम्मान में झुक गई। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां आयोजित शहीद सम्मान समारोह में भाग लेते हुए देश के लिए प्राण अर्पित करने वाले वीर सपूतों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

 

 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को ताम्रपत्र और अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया तथा वीर शहीदों की स्मृति में पावन मिट्टी से भरे ताम्र कलशों के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की।

 

 

 

मुख्यमंत्री ने वीर गब्बर सिंह नेगी मेमोरियल पहुँचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और कहा, “देश की सीमाएं आज जिन सपूतों के कारण सुरक्षित हैं, हम उनके बलिदान को कभी भुला नहीं सकते। यह सैन्य धाम, ईंट-पत्थरों का ढांचा नहीं, बल्कि अमर आत्माओं का प्रतीक है।”

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उन्होंने बताया कि शहीद सम्मान यात्रा 2.0 के तहत 25 सितंबर से 4 अक्टूबर तक राज्य भर में वीर शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी एकत्र की गई है, जिसे देहरादून में बन रहे भव्य *सैन्य धाम* में स्थापित किया जाएगा।

 

 

 

शहीदों के सम्मान में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं

 

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कई अहम घोषणाएं कीं:

 

शहीद परिजनों की अनुग्रह राशि ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹50 लाख।

 

 

परमवीर चक्र विजेताओं को ₹1.5 करोड़ की सम्मान राशि।

 

 

द्वितीय विश्व युद्ध के सभी पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को अब बाध्यता रहित सम्मान राशि।

 

 

 

सैनिक विश्राम गृह कोटद्वार का जीर्णोद्धार।

 

 

 

शहीदों के नाम पर स्कूल, मार्ग और स्वास्थ्य केंद्रों का नामकरण।

 

 

पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के लिए सेवा केंद्रों की स्थापना।

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मुख्यमंत्री ने “एक पेड़ शहीदों के नाम” अभियान की शुरुआत करने का भी आह्वान किया और कहा कि “हमने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ के जरिए पर्यावरण और भावना का संगम देखा है, अब यही सम्मान शहीदों को देना है।”

 

 

 

“शहीदों को मृत नहीं, अमर मानते हैं” – गणेश जोशी

 

सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि यह यात्रा शहीदों के आंगन से निकली भावनाओं की गूंज है। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा वीर नारियों और सैनिकों के लिए लिए गए संवेदनशील निर्णयों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

 

 

 

राज्यसभा सांसद श्री महेंद्र भट्ट ने कहा, “उत्तराखण्ड देवभूमि ही नहीं, वीरभूमि है। हम जिन शहीदों को याद कर रहे हैं, वे हमारे बीच अमर हैं।”

 

 

 

उपस्थित जनसमूह हुआ भावविभोर

 

कार्यक्रम में दिखाए गए शहीद सम्मान यात्रा पर आधारित विशेष वीडियो क्लिप ने उपस्थित लोगों को भावुक कर दिया। हर आँख नम थी, हर चेहरा गर्व से भरा था। समारोह के दौरान मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।

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उच्च पदाधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम भव्य बना

 

इस भावपूर्ण समारोह में जिला पंचायत अध्यक्षा रचना बुटोला, विधायक दिलीप सिंह रावत, विधायक राजकुमार पोरी, कर्नल ऑफ द रेजिमेंट ले.ज. डी.एस राणा, ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी, जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया, एसएसपी लोकेश्वर सिंह, मेयर कोटद्वार शैलेन्द्र सिंह रावत सहित अनेक गणमान्य अतिथि एवं जनसामान्य उपस्थित रहे।

 

 

 

 

यह समारोह केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति त्याग और बलिदान की भावनाओं का जीवंत प्रमाण बना। सैन्य धाम निर्माण की ओर यह कदम भविष्य की पीढ़ियों को देशभक्ति, सम्मान और गौरव का संदेश देता रहेगा।

 

 

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