ब्रेकिंग उत्तराखंड– पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का बयान अमर्यादित व अक्षम्य– सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल…पढ़िए पूरी खबर
देहरादून– पाकिस्तानी विदेश मंत्री विलावल भुट्टो जरदारी द्वारा भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर दिए गए तर्कहीन, घटिया व शर्मनाक बयान के विरोध में प्रदेशध्यक्ष भाजपा उत्तराखण्ड़ महेन्द्र भट्ट, उमेश अग्रवाल की अध्यक्षता में आक्रोश रैली का आयोजन किया गया।
आक्रोशित भीड़ ने रैली का समापन करते हुए घण्टाघर पर बिलावल भुट्टो का पुतला भी दहन किया।
प्रदेशध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने उपस्थित जनसैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि बिलावल भुट्टो का बयान माफ करने योग्य नही है, उन्हौंने कहा कि आज जिस प्रकार से देहरादून में यह आक्रोश रैली का आयोजन हुआ है मुझे विश्वास है कि इसकी गुंज पाकिस्तान में बैठे वहां के हुकमरानों को सुनाई पडे़गी।
उन्होंने यह भी कहा कि आज पुरा विश्व प्रधानमंत्री के नेतृत्व में चलना चाहता है ऐसी स्थिति में यह कायराना बयाना अचम्भित करने वाला है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री की टिप्पणी बेहद निंदनीय और कायरतापूर्ण है और हास्यस्पद है, पाकिस्तान को इसके लिए माफी मागनी चाहिए।
मेयर सुनिल उनियाल गामा, विधायक खजान दास, सविता कपूर ने भी संयुक्त रूप से पाकिस्तानी विदेश मंत्री की अपने-अपने शब्दों में निंदा की और कहा कि बिलावल भुट्टो का यह बयान सत्ता में बने रहने और सरकार बचाने के लिए दिया है।
इस बयान का लक्ष्य विश्व को गुमराह करना और पाकिस्तान की धवस्त अर्थव्यवस्था, कानूनी विफलता और अराजकता, अंतरराष्ट्रीय संबंधों में उसकी बिगड़ती स्थिति और इस तथ्य से ध्यान हटाने की कोशिश है कि पाकिस्तान आतंकियों की प्रमुख शरणस्थली बना हुआ है।
महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अमिट छाप छोड़ी है, जबकि दूसरी तरफ पड़ोसी देश को वैश्विक स्तर पर हास्यास्पद पर और अपमानजनक स्थितियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि भुट्टो का बयान निरर्थक है और इससे दुनिया में पाकिस्तान की छवि और ख़राब हुई है।
इस दौरान प्रदेश भाजपा संगठन महामंत्री अजेय कुमार, प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल, प्रदेश मंत्री आदित्य चौहान, पूर्व राज्यमंत्री रविन्द्र कटारिया, प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष आशा नोटियाल, राजेन्द्र ढिल्लो, संतोष सेमवाल, मोहित शर्मा, विजेन्द्र थपलियाल, सुनिल शर्मा, राजेश बडोनी, आशीष शर्मा, अक्षत जैन, पूनम बुटोला शर्मा, अर्चना बागढ़ी, सुषमा कुकरेती, रतन सिंह चौहान, सत्येन्द्र नेगी, बबिता सहोत्रा, हरीश डोरा, उज्जवल नेगी, कमली भट्ट, विपिन खण्डूडी़, विशाल गुप्ता, संदीप मुखर्जी, अनुराग भाटिया, सोरव कपूर, गोपाल पुरी, कुलदीप पंत, श्याम सुन्दर, सत्यम् अरोड़ा, मोहन जोशी, पुष्पा बड्थ्वाल समेत सैकड़ों पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।