बिग ब्रेकिंग–पंचायत चुनाव बवाल, सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई, 10 आरोपी गिरफ्तार, तीन पुलिसकर्मी निलंबित…

नैनीताल– नैनीताल जिले में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा, अपहरण और गोलीकांड के मामले में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है।
जिला पंचायत अध्यक्ष और बेतालघाट में ब्लॉक प्रमुख चुनाव से जुड़ी घटनाओं में कानून व्यवस्था की गंभीर चूक सामने आने पर पुलिस विभाग ने सख्त रुख अपनाया है।
विभाग की इन घटनाओं से बड़ी किरकिरी हुई है। पुलिस ने सीओ समेत कुल आठ अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा अब तक इन मामलों में कुल 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
गुरुवार को पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने कहा कि चुनाव के दौरान हुई घटनाओं से विभाग की छवि को नुकसान पहुंचा है और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी राजनैतिक दल से जुड़ा व्यक्ति अगर दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई होगी।
पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की पूरी सूची –
निलंबित अधिकारी:
एएसआई उदय सिंह राणा
एएसआई अमित चौहान
बेतालघाट एसओ अनीश अहमद
स्थानांतरण:
सीओ प्रमोद साह –आईआरबी देहरादून
तल्लीताल एसओ रमेश सिंह बोहरा–अल्मोड़ा
लाइन हाजिर:
एक कांस्टेबल
एक महिला कांस्टेबल
एक अग्निशमन कर्मी
पीएसी कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए मुख्यालय को पत्र भेजा गया है।
एफआईआर और तकनीकी जांच जारी
अब तक तल्लीताल और बेतालघाट थानों में 6 से अधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। आरोपियों की पहचान के लिए विशेष जांच टीमें गठित की गई हैं। सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है। एसपी जगदीश चंद्रा को जांच सौंपी गई है, और हर पहलू से जांच की जा रही है।
रेनकोट गैंग पर भी नजर
एसएसपी ने कहा कि रेनकोट गैंग सहित किसी भी गिरोह या राजनैतिक समूह की संलिप्तता सामने आने पर कोई रियायत नहीं दी जाएगी। गिरफ्तार आरोपियों के अपराध रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।
चुनावी हिंसा और पुलिस पर गिरी गाज से जुड़े इस घटनाक्रम ने उत्तराखंड में प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। अब देखना होगा कि निष्पक्ष जांच से किस-किस की संलिप्तता उजागर होती है।


