बिग ब्रेकिंग–कुमाऊं कमिश्नर रावत का नैनीताल दौरा, पार्किंग, कूड़ा निस्तारण, अतिक्रमण और सीवर पर कह गए यह बातें…
उत्तराखण्ड के नैनीताल में आयुक्त दीपक रावत ने शत्रु संपत्ति का जायज़ा लेकर कार पार्किंग की संभावना को देखा। उन्होंने नगर पालिका के कूड़ा निस्तारण और सफाई व्यवस्था के अलावा मेट्रोपोल शत्रु संपत्ति क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को देखा। अंत मे आयुक्त ने इन लोगों के वर्ष भर से बहकर झील में जा रहे सीवर को देखकर अधिकारियों पर नाराजगी जताई।
बुधवार दोपहर कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत मल्लीताल की शत्रु संपत्ति (मैट्रोपोल होटल) क्षेत्र में दल बल समेत मुआयने के लिए पहुंचे। आयुक्त ने पहले पार्किंग व्यवस्था और अधिक गाड़ी पार्क करने की संभावना तलाशी। इसके बाद उन्होंने कूड़ा निस्तारण के बारे में जाना।
आयुक्त रावत ने शत्रु संपत्ति में अतिक्रमण के बारे में जाना और फिर वहां बह रहे सीवर का स्थलीय दौरा किया। आयुक्त ने मैट्रोपोल पार्किंग में पहुंचते ही उस भूमि के दस्तावेज चैक किये। उन्होंने मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के उस आदेश को देखा जिसमें राजा महमूदाबाद की संपत्ति को जप्त कर उसे केंद्र सरकार के आँधीन किया गया और उसका कस्टोडियन जिलाधिकारी को बनाया।
आयुक्त को ए.डी.एम.शिवचरण द्विवेदी ने बताया कि मैट्रोपोल की कुल 8.72 एकड़ भूमि है जिसमें से 7 एकड़ प्रशासन की पोजिशन में है और 1.22 एकड़ भूमि में 128+6 लोगों ने अतिक्रमण कर रखे हैं जिन्हें अपनी बात रखने के नोटिस भेजे गए हैं।
आयुक्त ने अपर पार्किंग में गंदगी को देखकर नाराज होते हुए ई.ओ.नगर पालिका आलोक उनियाल को सो कॉज नोटिस भेजने को कहा है। कूड़े को देखकर जानकारी लेने पर सेग्रिगेट करने की जानकारी मिली जिसे कूड़ा निवारण सेवा समिति के माध्यम से किया जाता है।
उन्होंने कहा कि पार्किंग को आर्थिक नुकसान करने के मकसद से सी.सी.टी.वी.कैमरे का मुंह ऊपर को किया गया है, उसे ठीक करने को कहा। आयुक्त ने शत्रु संपत्ति के दस्तावेज को तीन दिन में डिजिटिलाइज करने, नजूल भूमि को 30 दिन में और निजी भूमि को 3 महीनों में डिजिटिलाइज करने के निर्देश दिये हैं। बहते सीवर पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने सेफ्टी किट के बिना टैंक में घुसे कर्मचारी को देखकर नाराजगी जताई।