काठगोदाम–इनस्पिरेशन स्कूल ने नासा स्पेस ऐप्स चैलेंज 2025 में रचा इतिहास, विद्यार्थियों की अंतरिक्ष में उड़ान, भीमताल में गूंजा हल्द्वानी का नाम…
नैनीताल/भीमताल–नवाचार, विज्ञान और जिज्ञासा का संगम जब शिक्षा में शामिल होता है, तब इतिहास रचा जाता है — और यही कर दिखाया है इनस्पिरेशन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, हल्द्वानी के विद्यार्थियों ने।
नासा स्पेस ऐप्स चैलेंज 2025, जो दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय हैकाथॉन में से एक है, इस वर्ष भीमताल स्थित ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में आयोजित किया गया। इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेज़बानी एस्ट्रोवर्स द्वारा की गई, जिसमें भारत के विभिन्न कोनों से आए प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इनस्पिरेशन स्कूल के होनहार विद्यार्थियों ने इसमें भाग लेकर अपने प्रदर्शन से सभी का मन मोह लिया और एक बार फिर यह सिद्ध किया कि “संभावनाएं वहां होती हैं, जहां हौसले बुलंद होते हैं।”
🔭 चमकते सितारे – प्रेरणा के प्रतीक
कार्तव्य जोशी ने टेलीस्कोप एमिंग प्रतियोगिता में 37 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। मात्र **15 सेकंड में टेलीस्कोप द्वारा लक्ष्य पहचान कर उन्होंने अद्भुत फोकस और विज्ञान समझ का परिचय दिया।
पैराशूट रॉकेट्री व सैटेलाइट डिप्लॉयमेंट श्रेणी में हसन सुहैल, ध्रुव तिवारी, और अभिज्ञान की टीम ने 10 विद्यालयों के बीच दूसरा स्थान प्राप्त किया — टीम वर्क और तकनीकी कौशल का अद्वितीय उदाहरण।
हाइड्रो रॉकेट्री में ध्रुव रावत ने 20+ स्कूलों के बीच तीसरा स्थान पाया, जब उनके रॉकेट ने 107.6 मीटर की शानदार उड़ान भरी।
रोबो कबड्डी में अंश टोलिया ने अपनी टीम के साथ मिलकर तीसरा स्थान हासिल किया, जिसमें उनकी रणनीति और नवाचार स्पष्ट रूप से दिखा।
🎓 मार्गदर्शक जिनकी प्रेरणा से मुमकिन हुआ सफर
इस शानदार उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई मिस स्मिता पंत और मिसेज़ स्मिता साह ने, जिन्होंने विद्यार्थियों का पूरे आयोजन में मार्गदर्शन और उत्साहवर्धन किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अनुराग माथुर ने छात्रों को विद्यालय परिसर में आयोजित सम्मान समारोह में बधाई दी और उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा:
“हमारे विद्यार्थी केवल भविष्य के वैज्ञानिक नहीं हैं, वे आज की उम्मीद हैं। उनकी यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को नई दिशा देगी।”
🚀 एस्ट्रोवर्स की सराहना और एस्ट्रोपाठशाला की पहल
आयोजन के आयोजक एस्ट्रोवर्स ने इन विद्यार्थियों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सफलता युवा भारत की वैज्ञानिक चेतना और नवाचार की शक्ति को दर्शाती है।
उनकी एस्ट्रोपाठशाला पहल अब तक 50,000+ छात्रों को 35 से अधिक स्कूलों में खगोलशास्त्र से जोड़ चुकी है।
🌌 सपनों में उड़ान, मेहनत में विज्ञान — इनस्पिरेशन का अंतरिक्ष की ओर एक और कदम
इनस्पिरेशन स्कूल की यह उपलब्धि न केवल एक प्रतियोगिता में जीत है, बल्कि यह उस वैज्ञानिक सोच और रचनात्मकता का प्रतीक है जिसे विद्यालय निरंतर प्रोत्साहित करता आ रहा है।
इन विद्यार्थियों ने दिखा दिया कि जब लक्ष्य तारे हों और हौसला आसमान सा हो, तो सफलता की कोई सीमा नहीं होती।


